Thursday, February 23, 2017

The power of United

*आज एक नई सीख़ मिली*

जब अँगूर खरीदने बाजार गया ।

पूछा *"क्या भाव है?*

बोला : *"80 रूपये किलो ।"*

पास ही कुछ अलग-अलग टूटे हुए अंगूरों के दाने पडे थे ।

मैंने पूछा: *"क्या भाव है" इनका ?"*

वो बोला : *"30 रूपये किलो"*

मैंने पूछा : "इतना कम दाम क्यों..?

वो बोला : "साहब, हैं तो ये भी बहुत बढिया..!!  लेकिन ... *अपने गुच्छे से टूट गए हैं ।"*

मैं समझ गया कि ... *संगठन...समाज* और  *परिवार* से अलग होने पर हमारी कीमत......आधे से भी कम रह जाती है।

कृपया अपने *परिवार* एवम् *मित्रो*से हमेशा जुड़े रहे

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